Today thought

*" मनचाहा "  बोलने  के  लिए ,*

*" अनचाहा "  सुनने  की  ताकत होनी चाहिए l*

*मै दीपक हूँ, मेरी दुश्मनी तो*
          *सिर्फ़ अंधेरे से है,,,,*
*हवा तो बेवजह ही मेरे*
          *ख़िलाफ़ है!*

 *हवा से कह दो कि खुद को*
           *आज़मा के दिखाए,,,,,,*
*बहुत दीपक बुझाती है,*
           *एक जला के दिखाए !!

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